इस्लामाबाद.पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने आने वाले वर्षों में आर्थिक चुनौतियों पर तेजी से काबू पाने की उम्मीद जताते हुए कहा है कि उनकी सरकार राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को स्थिर करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार शरीफ ने सोमवार को दोबारा शपथ ग्रहण करने के कुछ घंटों बाद एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा,“हमें अर्थव्यवस्था में सुधार करने का जनादेश मिला है और यह हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
देश के 24वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद श्री शरीफ ने कहा कि देश की समग्र आर्थिक स्थिति को सुव्यवस्थित करने और आर्थिक संकेतकों में सुधार करने के लिए आपातकालीन आधार पर एक कार्य योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार निवेश को बढ़ावा देगी और व्यापारिक समुदाय को सुविधाएं प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा,“करदाता, जो देश की अर्थव्यवस्था में निर्यात और मूल्य संवर्धन को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं, सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण लोग हैं।” उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ऐसे करदाताओं को सरकारी स्तर पर प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सभी बैंकों और वित्तीय संस्थानों को छोटे और मध्यम व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए रणनीति तैयार करने के वास्ते काम पर लगाया जा रहा है, ताकि युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा,“व्यावसायिक समुदाय, निवेशकों और युवाओं को सुविधाएं प्रदान करने के लिए आपातकालीन आधार पर उपाय किए जाएंगे।”
घाटे में चल रहे सरकारी संस्थानों के बारे में श्री शरीफ ने कहा कि जो सरकारी संस्थान विकास नहीं दिखा रहे हैं, बल्कि घाटे में हैं, उनका निजीकरण किया जाएगा ताकि वे अर्थव्यवस्था पर बोझ न बनें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य के स्वामित्व वाले संस्थानों के बोर्ड के सदस्यों के विशेषाधिकारों को कम करने के लिए एक स्पष्ट रणनीति तैयार करने के वास्ते एक समिति का गठन किया जा रहा है।