भोपाल, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रतिभागी की सफलता उसके परिवार, समुदाय, क्षेत्र, प्रदेश सभी को आनन्द और जोश से भर देती है।
श्री पटेल से राष्ट्रीय सेवा योजना के गणतंत्र दिवस परेड प्रतिभागी मिले। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की राजधानी की गणतंत्र दिवस परेड में सहभागिता प्रेरणादायी उपलब्धि है। प्रतिभागी की सफलता उसके परिवार, समुदाय, क्षेत्र, प्रदेश सभी को आनन्द और जोश से भर देती है। प्रतिभागी भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन जाते है। उन्होंने स्वयं सेवकों को बधाई देते हुए कहा कि वे स्वयं भी उनकी उपलब्धि से गर्व का अनुभव कर रहे है।
राज्यपाल ने कहा कि शिविर में जो राष्ट्र के एकत्व की भावना का अनुभव स्वयं सेवकों को हुआ है। उसे समाज में फैलाना उनका दायित्व है। उनके कार्यों से राष्ट्र का नाम रोशन हो, इस भावना के साथ कार्य करना ही विकसित भारत बनाने का तरीका है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा पर्यावरणीय, स्वास्थ्य तथा सामाजिक चुनौतियों और दायित्वों के प्रति जनजागृति के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कुदरत ने मानव को जितनी बौद्धिक शारीरिक शक्तियाँ दी है, उतनी किसी अन्य जीव को नहीं दी है। प्रकृति की मंशा है कि मानव अन्य जीवों के विकास में सहयोगी बने। मानव जीवन की सार्थकता इसी में है।
श्री पटेल से गणतंत्र दिवस परेड के अपने अनुभवों को साझा करते हुए स्वयं सेवक सुश्री स्वाति मौर्य ने बताया कि कर्तव्य पथ पर परेड का अनुभव अवर्णनीय है। राष्ट्रीय गौरव की अनुभूति और जोश रोमांच अविस्मरणीय है।
क्षेत्रीय निदेशक राष्ट्रीय सेवा योजना अशोक कुमार श्रोती ने बताया कि कर्तव्य पथ पर सलामी देने के लिए पूरे देश से मात्र 148 छात्राएं चयनित हुई, जिनमें प्रदेश की 8 छात्राएं शामिल थी। उन्होंने बताया कि इन बालिकाओं का चयन प्रदेश की 1 लाख 56 हजार छात्राओं में से हुआ था। राष्ट्रीय स्तर पर 30 स्वयं सेवक और 10 संस्थाओं को पुरस्कृत किया जाता है।