यरुशलम/गाजा इजरायल और फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के बीच जारी युद्ध में अब तक 20 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक गत सात अक्टूबर से जारी इस युद्ध में अभी तक 20,653 लोग मारे जा चुके हैं। जिनमें 19 हजार 453 फिलीस्तीनी नागरिक मारे गए है और 1200 इजरायली लोगों में से अधिकांश की मौत हमास के हमले के शुरुआती दिन के हैं।
फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने कहा है कि गाजा पट्टी में रहनेवाली कुल आबादी की 85 प्रतिशत से अधिक यानी 19 लाख से अधिक की आबादी अब तक कई बार विस्थापित हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया, “फिलीस्तीनी नागरिकों के परिवार के सदस्य बहुत असुरक्षित हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षा के मद्देनजर बार-बार स्थानांतरित होना पड़ता है।”
गत नौ दिसंबर तक लगभग 13 लाख आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्ति (आईडीपी) उत्तर और गाजा शहर सहित गाजा पट्टी के 154 यूएनआरडब्ल्यूए आश्रय स्थलों में शरण ले रहे थे।
रिपोर्ट के अनुसार हमास के हमले से इजराइल स्तब्ध रह गया था। बाद में इज़राइल ने गाजा पट्टी पर पूरी तरह से घेराबंदी की थी और पानी और अन्य खाद्य आपूर्ति बंद कर दी थी, क्योंकि वह भीड़भाड़ वाले फिलिस्तीनी इलाके में बमबारी कर रहा है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जबालिया शरणार्थी शिविर पर इजरायली हवाई हमलों में कई फिलिस्तीनी मारे गए और घायल हुए।
गत शनिवार से जब हमास लड़ाकों ने इज़राइल में हमले किए और हजारों रॉकेट दागे, तब से इज़राइल ने गाजा पर सैकड़ों हमले किए हैं।
हमास-नियंत्रित क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में कम से कम 10 फिलिस्तीनी मारे गए और 40 अन्य घायल हो गए।
इस बीच इजरायली सेना ने कहा है कि वह ‘मानवीय उद्देश्यों’ के लिए गाजा के राफा में अल-जेनिना पड़ोस में ऑपरेशन को कुछ समय के लिए बंद कर रही है।
इजरायली सेना के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने एक्स पर कहा,“ऑपरेशन स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे से अपराह्न दो बजे तक बंद किया गया है।”