जागिये,उठिये,
भविष्य पुकार रहा है,
उसकी आवाज़ सुनिये ,
अखबारों के कलम की इबारत को समझिये,
सोचिये,
अगर आप कई हिस्सों में बंट गए तो उसका परिणाम क्या होगा ???
वो सीट —- जो विगत कई वर्षों से आपके पास है भोपाल उत्तर की जनता की धरोहर है ,
आपके हाथ से फिसल जाएगी और आपके पास उसे वापस लाने का अवसर न बराबर होगा , और इसकी वापसी की उम्मीद भी नही कर सकेंगे
दरसल यह सीट है किसकी ??? विगत कई वर्षों से इस सीट पर बहुत से रहनुमाओं का नाम लिखा जाता रहा लेकिन यह सीट असल मे भोपाल के जनता की है ,
भोपाल उत्तर की जनता ने इस सीट को अपने वोटों की ताकत से जकड़ कर रखा है …. अपने पास संभाल कर रखा है आप इसे अपने पास से दूर न होने दे .
ऐसे लोग जो बिकाऊ है, मोटी रकम लेने के बाद निर्दलीय या किसी दूसरी पार्टी के साथ खड़े हुए है इस कोशिश में है के आपका वोट लेकर एक बड़ी पार्टी को नुकसान पोहचाएँ ,आप इस बात का ख्याल रखें के आपकी आवाज एक बड़ी पार्टी ही उठा सकती है
मालिक का काम मालिक पर और चोकीदार का चोकीदार पर ही अच्छा लगता है,
मालिक अगर अवाम की अमानत को किसी चोकीदार के हाथ जनता तक पोहचवाएँ तो चोकीदार कभी मालिक नही बन सकता , चोकीदार चोकीदार रहता है और रहेगा ।
अवाम फ़र्क़ को समझे और फैसला करे अपना वोट किसी भी कीमत पर व्यर्थ न करे
जनता की सीट जनता के पास रहे तो अच्छा है
यह घर की बात है घर मे रहे तो अच्छा है